उत्तर : अधिक मैथुन करने, सदैव कामुक विचार करते रहने, शक्ति से अधिक श्रम, व्यायाम करने, पोषण आहार का सेवन न करने, मादक पदार्थों का सेवन करने, अप्राकृतिक तरीके से वीर्यपात करने, अश्लील साहित्य पढ़ने, चित्र देखने, रोगग्रस्त व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने, तेज मिर्च-मसालेदार व अधिक खटाई के पदार्थों का सेवन करने, चिंता, शोक, भय, मानसिक तनाव व गुप्त संक्रामक रोग हो जाने से वीर्य दूषित हो जाता है। किन्तु अगर आप अपने मन पर नियत्रण रखें तो और उचित पोषण लें तो आपका वीर्य दोबारा से शुद्ध होने लगता है
Wednesday, 21 March 2012
वीर्य दूषित कैसे होता है ? Virya dushit kaise hota hai अधिक मैथुन करने से अथ्वा अप्राकृतिक तरीके से वीर्यपात करने
उत्तर : अधिक मैथुन करने, सदैव कामुक विचार करते रहने, शक्ति से अधिक श्रम, व्यायाम करने, पोषण आहार का सेवन न करने, मादक पदार्थों का सेवन करने, अप्राकृतिक तरीके से वीर्यपात करने, अश्लील साहित्य पढ़ने, चित्र देखने, रोगग्रस्त व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने, तेज मिर्च-मसालेदार व अधिक खटाई के पदार्थों का सेवन करने, चिंता, शोक, भय, मानसिक तनाव व गुप्त संक्रामक रोग हो जाने से वीर्य दूषित हो जाता है। किन्तु अगर आप अपने मन पर नियत्रण रखें तो और उचित पोषण लें तो आपका वीर्य दोबारा से शुद्ध होने लगता है
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