काम उलझन मैं दिन में 3-4 बार प्रतिदिन हस्त-मैथुन करता हूँ और मेरे चेहरे पर कई मुँहासे आ गये हैं। मैं जानना चाहता हूँ कि क्या ये मेरे हस्त-मैथुन के कारण आये हैं, अगर हाँ तो कृपया समाधान बतायें, साथ ही मैं हस्त-मैथुन पर नियंत्रण करने में असफल हूँ कृपया नियंत्रण करने में मेरी सहायता करें…
समाधान
यौवन में आपका स्वागत है, किसी पुरूष का सबसे कामोत्तेजक समय! जब कोई पुरूष जवानी में प्रवेश करता है तो उसकी किशोरावस्था या बीस के दशक में उसका अभिवादन मुँहासों से होता है और उसे करीब 24 घण्टे लण्ड में उत्थापन होता है। मुँहासे कुछ सालों में गायब हो जाएँगे और दवा-दुकान में मिलने वाली क्रीम से भी इनपर नियंत्रण पाया जा सकता है। अब आपके हस्त-मैथुन पर आते हैं। तो अब से आप अगले कई सालों या पूरा जीवन इसी प्रकार कामोत्तेजक बने रहेंगे। आप यौन-सक्रिय पुरूष बन रहे हैं। इसका दोष यह है कि आपका लण्ड गलत समय पर भी तना रह सकता है। गुण यह है कि आप सहवास के लिए हमेशा तैयार रहते हैं क्योंकि लण्ड हमेशा खङा रहता है! जवानी में पुरूष खरगोश की भाँति सहवास कर सकने में सक्षम होते हैं वे पूरे दिनभर सेक्स करते रह सकते हैं और वीर्य-स्खलन के बाद वीर्य-स्खलन किसी पार्टनर के साथ या अकेले भी करते रह सकते हैं। इसपर नियंत्रण करने की बजाय इसका आनन्द उठाना चाहिए। आपके जीवन में ज्यों-ज्यों आप पर जिम्मेदारियाँ आती जाएँगी, त्यों-त्यों यह भी कम होता जाएगा। अतः जब भी अवसर हो आप इसका आनन्द उठाएँ। मेरी सलाह है कि जब इसपर नियंत्रण की आवश्यकता हो, तभी करें। ध्यान रहे कि आपके काम, विद्यालय इत्यादि में कोई बाधा न हो, ये पहले पूरे होने ही चाहिए। जब कोई काम न हो, आप अकेले हों तो अगर आपका मूड करे तो आप स्वयं से ही आनन्द प्राप्त कर सकते हैं। आप इन सुख भरे पलों को खुशी से याद करेंगे, जब आप बङे हो जाएँगे।
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समाधान
यौवन में आपका स्वागत है, किसी पुरूष का सबसे कामोत्तेजक समय! जब कोई पुरूष जवानी में प्रवेश करता है तो उसकी किशोरावस्था या बीस के दशक में उसका अभिवादन मुँहासों से होता है और उसे करीब 24 घण्टे लण्ड में उत्थापन होता है। मुँहासे कुछ सालों में गायब हो जाएँगे और दवा-दुकान में मिलने वाली क्रीम से भी इनपर नियंत्रण पाया जा सकता है। अब आपके हस्त-मैथुन पर आते हैं। तो अब से आप अगले कई सालों या पूरा जीवन इसी प्रकार कामोत्तेजक बने रहेंगे। आप यौन-सक्रिय पुरूष बन रहे हैं। इसका दोष यह है कि आपका लण्ड गलत समय पर भी तना रह सकता है। गुण यह है कि आप सहवास के लिए हमेशा तैयार रहते हैं क्योंकि लण्ड हमेशा खङा रहता है! जवानी में पुरूष खरगोश की भाँति सहवास कर सकने में सक्षम होते हैं वे पूरे दिनभर सेक्स करते रह सकते हैं और वीर्य-स्खलन के बाद वीर्य-स्खलन किसी पार्टनर के साथ या अकेले भी करते रह सकते हैं। इसपर नियंत्रण करने की बजाय इसका आनन्द उठाना चाहिए। आपके जीवन में ज्यों-ज्यों आप पर जिम्मेदारियाँ आती जाएँगी, त्यों-त्यों यह भी कम होता जाएगा। अतः जब भी अवसर हो आप इसका आनन्द उठाएँ। मेरी सलाह है कि जब इसपर नियंत्रण की आवश्यकता हो, तभी करें। ध्यान रहे कि आपके काम, विद्यालय इत्यादि में कोई बाधा न हो, ये पहले पूरे होने ही चाहिए। जब कोई काम न हो, आप अकेले हों तो अगर आपका मूड करे तो आप स्वयं से ही आनन्द प्राप्त कर सकते हैं। आप इन सुख भरे पलों को खुशी से याद करेंगे, जब आप बङे हो जाएँगे।
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